
सूखी नदी का पुल कहानी का सारांश:
कहानी की मुख्य पात्र लीलावती, जिसे प्यार से बुच्ची दाय कहा जाता है, वर्षों बाद अपने मायके (नैहर) लौटती है। वह गाँव में आए बदलावों को देखकर चकित होती है—बैलगाड़ियों की जगह जीप, खपरैल की जगह पक्के मकान, और लोगों के व्यवहार में भी परिवर्तन। गाँव में जातिगत विभाजन और राजनीतिक तनाव व्याप्त है, जिसका एक कारण लीलावती की पाँच एकड़ जमीन है।
लीलावती की देखभाल करने वाली सहेलिया माय की पोती की शादी में शामिल होकर वह पुराने संबंधों को पुनर्जीवित करती है। अंततः, वह अपनी जमीन सहेलिया माय के नाम कर देती है, जिससे गाँव में शांति स्थापित होती है और जातिगत तनाव कम होता है।
मुख्य संदेश:
कहानी यह संदेश देती है कि प्रेम, समझदारी और त्याग से सामाजिक बंधनों को मजबूत किया जा सकता है। यह ग्रामीण समाज में हो रहे बदलावों और उनके प्रभावों को भी उजागर करती है।
कक्षा 9 हिंदी अध्याय 11 “सूखी नदी का पुल” प्रश्न उत्तर :–
1. स्टेशन के बाहर लगी जीप को देखकर लीलावती के मन को क्यों ठेस-सी लगी?
उत्तर:
लीलावती को जीप देखकर ठेस इसलिए लगी क्योंकि उसे उम्मीद थी कि उसका भाई या भतीजा खुद उसे लेने आएंगे, लेकिन उन्होंने एक ड्राइवर को भेज दिया। इससे उसे उपेक्षा का अनुभव हुआ और वह भावनात्मक रूप से आहत हो गई।
2. गाँव शहर से किस प्रकार भिन्न होता है? वर्णन करें।
उत्तर:
गाँव में लोग आपस में जुड़े रहते हैं, एक-दूसरे के सुख-दुख में शामिल होते हैं। जबकि शहर में व्यक्ति आत्मकेंद्रित और व्यस्त रहता है। गाँव में रिश्तों की गर्माहट होती है, जबकि शहर में औपचारिकता।
3. ‘बुच्ची दाय‘ सुनने में लीलावती को आनंदातिरेक की अनुभूति क्यों होती है?
उत्तर:
‘बुच्ची दाय’ पुकारा जाना लीलावती को अपने पुराने रिश्तों की याद दिलाता है। यह नाम बचपन और अपनेपन से जुड़ा है, जिसे सुनकर उसे भावनात्मक संतोष और आनंद की अनुभूति होती है।
4. बुच्ची दाय को सबसे ज्यादा किसकी याद आती है और क्यों?
उत्तर:
बुच्ची दाय को सबसे अधिक सहेलिया माय की याद आती है, क्योंकि वही उसकी सच्ची सहेली थी जिसने हर परिस्थिति में उसका साथ दिया था।
5. गाँव में लीलावती फोन, फ्रिज, टीवी, वीसीडी की जगह क्या देखना चाहती है?
उत्तर:
लीलावती गाँव में आधुनिक उपकरणों के बजाय पारंपरिक अपनापन, रिश्तों की मिठास, और ग्रामीण संस्कृति को देखना चाहती है।
6. ग्रामीण जीवन का चित्र प्रस्तुत करने वाले तथ्य:
उत्तर:
- खपरैल के मकान
- बैलगाड़ी
- जातिगत बँटवारा
- सहेलिया माय जैसे चरित्र
- तालाब, मिट्टी की गंध
- सामूहिक विवाह आयोजन
- गाँव के भीतर फैला तनाव
7. बुच्ची दाय जब सहेलिया माय से मिलने पहुँची तो सबको अचरज क्यों हुआ? वहाँ के दृश्य का वर्णन करें।
उत्तर:
गाँव में जातीय तनाव के कारण दोनों टोलियाँ एक-दूसरे से दूरी बनाकर चल रही थीं। ऐसे में लीलावती का सहेलिया माय के घर जाना अचरज भरा था। वहाँ लोग हतप्रभ हो गए, लेकिन बुच्ची दाय के इस साहसी कदम ने दूरियाँ मिटा दीं।
8. लीलावती खवासटोली और बबुआन टोली को तबाह होने से किस प्रकार बचा लेती है?
उत्तर:
लीलावती दोनों पक्षों को समझाकर, अपनी जमीन सहेलिया माय को देकर, एक पक्षीय लाभ के लोभ को समाप्त करती है जिससे तनाव खत्म होता है और दंगा रुकता है।
9. लीलावती अपनी पाँच एकड़ जमीन भैया को न देकर सहेलिया माय के नाम करने का फैसला क्यों करती है?
उत्तर:
भाई जमीन को अपने स्वार्थ और जातीय राजनीति के लिए इस्तेमाल करना चाहता था। लेकिन सहेलिया माय उस ज़मीन का उपयोग समाज और जरूरतमंदों की भलाई के लिए करती, इसीलिए लीलावती उसे जमीन देती है।
10. गाँव में दंगा भड़कने का मुख्य कारण क्या है?
उत्तर:
गाँव में जातिगत भेदभाव, राजनीतिक स्वार्थ, और जमीन की लालच के कारण तनाव और दंगा भड़कने की स्थिति उत्पन्न होती है।
11. भाव स्पष्ट करें:
उत्तर:
(क) “गिद्धों के लिए मांस का लोथड़ा” – जमीन पर स्वार्थी लोगों की बुरी नजर है, जो उसे हड़पना चाहते हैं।
(ख) “गाँव अब पहले वाला गाँव नहीं रहा” – अब गाँव में मासूमियत नहीं, बल्कि डर और असुरक्षा का माहौल है।
(ग) “सूखी नदी का पुल…” – यह संवाद गाँव में आए सामाजिक और भौतिक परिवर्तन का प्रतीक है।
(घ) “जीप…ऊब डूब रही है” – यह लीलावती के भीतर की भावनात्मक उथल-पुथल को दर्शाता है।
(ङ) “पूरा गाँव होता है” – गाँव में सामूहिकता और रिश्तों की गहराई होती है, हर कोई एक-दूसरे से जुड़ा होता है।
(च) “विवाह को उल्लास भरे वातावरण में आँसुओं की गंगा जमुनी बाढ़” – शादी के समय खुशी और ग़म दोनों भावनाएँ होती हैं, जिसमें सब भावनात्मक रूप से बह जाते हैं।
12. मुहावरों का अर्थ:
उत्तर:
- नौ छौ करना – जरूरत से ज़्यादा सजना-संवरना
- काठ की मूरत – भावहीन, चुपचाप
- पीठ थपथपाना – सराहना करना
- ऊब डूब होना – पूरी तरह डूब जाना (भावनाओं में या पानी में)
13. शब्दार्थ:
उत्तर:
- कंट्रीमेड – देसी बंदूक
- हतप्रभ – हैरान
- शिनाख्त – पहचान
- अप्रत्याशित – जिसकी आशा न हो
- दुर्भावना – बुरा भाव
- हिफाजत – सुरक्षा
- मुकदमा – कोर्ट का मामला
- लरकोरी – विवाह गीत
- कठपुल्ला – लकड़ी का पुल
- झुल झुल बूढ़ – हिलती डुलती बुजुर्ग महिला
- संदूक – बक्सा
- प्रत्यारोप – आरोप का जवाब
14. शीर्षक की सार्थकता और केंद्रीय भाव:
उत्तर:
“सूखी नदी का पुल” प्रतीकात्मक शीर्षक है। यह गाँव में आए बदलाव, सूखे संबंध और नए परिवेश को दर्शाता है। कहानी का केंद्रीय भाव यह है कि सामाजिक और जातिगत तनाव को प्रेम, समझदारी और त्याग से दूर किया जा सकता है।
15. सारांश:
उत्तर:
कहानी ‘सूखी नदी का पुल’ ग्रामीण भारत के बदलते सामाजिक परिदृश्य को दर्शाती है। नायिका लीलावती वर्षों बाद गाँव लौटती है और वहाँ के हालात देख हैरान होती है। जातीय तनाव, स्वार्थ और रिश्तों की टूटन उसे विचलित करती है। अंततः वह त्याग और समझदारी से गाँव को टूटने से बचाती है और अपनी ज़मीन सच्ची सहेली को दे देती है। कहानी रिश्तों, सामाजिक समरसता और परिवर्तन का मार्मिक चित्र प्रस्तुत करती है।
भाषा की बात :-
1. वाक्य प्रयोग द्वारा मुहावरों का अर्थ स्पष्ट करें:
उत्तर:
(क) नौ छौ करना – ज़रूरत से ज़्यादा सजना-संवरना।
वाक्य: शादी में रीना ने इतना नौ छौ किया कि सबकी निगाहें उसी पर टिक गईं।
(ख) जी का जंजाल होना – बहुत परेशान करने वाली चीज़ होना।
वाक्य: यह पुराना कंप्यूटर अब जी का जंजाल बन गया है।
(ग) होश उड़ना – चौंक जाना या डर जाना।
वाक्य: अचानक भूकंप आने से लोगों के होश उड़ गए।
(घ) पीठ थपथपाना – किसी की सराहना करना।
वाक्य: मेहनत से परीक्षा में अव्वल आने पर गुरुजी ने मेरी पीठ थपथपाई।
2. मानक रूप (शुद्ध शब्द रूप):
उत्तर:
अशुद्ध शब्द | मानक रूप |
दैब | दैव |
जिनगी | जिंदगी |
अन्हरिया | अंधकार |
अजगैबी | अजनबी |
सादी-बियाह | शादी-ब्याह |
3. निर्देशानुसार उत्तर दें:
उत्तर:
(क) विशेषण पहचानिए:
वाक्य: लीलावती के विवाह के समय कन्यादान करते हुए बाबूजी ने बेटी को पाँच एकड़ जमीन दान में दी थी।
विशेषण: पाँच, एकड़ (संख्या और मात्रावाचक विशेषण हैं)
(ख) अव्यय पहचानिए:
वाक्य: हमलोगों की भी अपनी सेना है बुआ।
अव्यय: भी
(ग) देशज शब्द:
वाक्य: पता नहीं फिर कब लौट कर आना हो नैहर।
देशज शब्द: नैहर
(घ) विदेशज शब्द:
वाक्य: लीलावती उछाह भरे मन से प्लेटफॉर्म की तरफ देखने लगी।
विदेशज शब्द: प्लेटफॉर्म (अंग्रेज़ी से लिया गया है)
(च) समास:
शब्द: भाई-भौजाई
समास का प्रकार: द्वंद्व समास
(छ) प्रत्यय:
शब्द: देहातिन
प्रत्यय: -इन (स्त्रीवाचक प्रत्यय)
4. विपरीतार्थक शब्द:
उत्तर:
शब्द | विपरीतार्थक शब्द |
अपना | पराया |
उग्र | शांत |
पुराना | नया |
सच | झूठ |
5. सहचर शब्द (जो साथ-साथ प्रयोग होते हैं):
उत्तर:
पाठ से लिए गए कुछ सहचर शब्द:
- खेत-खलिहान
- जीजा-सलहज
- भाई-भौजाई
- सास-बहू
- डागडर-बैद
- शादी-ब्याह
- मड़वा-मंडप
- नाच-गाना
- तीज-त्योहार